बृहस्पति वक्री हो गये हैं – क्या होगा आपकी राशियों पर असर ?

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देवताओं के गुरु कहे जाने वाले बृहस्पति 4 सितंबर 2023 को शाम 4:58 बजे मेष राशि में वक्री हो गए हैं ।  ११८ दिनों के लिए गुरु वक्री हो गए हैं | जो ४ सितम्बर से  ३१ दिसम्बर २०२३ तक वक्री रहेंगे  गुरु मेष राशि में तीन नक्षत्र – अश्विनी (केतु) .भरणी (शुक्र) और कृतिका (सूर्य) के नक्षत्र पर से गुजरते हैं 

३० अक्टूबर तक गुरु और राहु की युति भी  है और शनि ,केतु मंगल सूर्य का भी प्रभाव होगा  इसलिए  लगभग  सभी राशियों वालों को सावधान रहने की आवश्यकता होगी गुरु हर साल ४ महीने के लिए वक्री होते  हैं  लेकिन इस साल जो मेष राशि में वक्री हो रहे हैं वो स्थिति १२ साल बाद बनी  है क्या  विशेष  योग बनेंगे  चलिए जानते हैं 

क्योंकि गुरु अभी  मेष राशि में भरनी नक्षत्र में चल रहे हैं  है और  अपनी वक्र अवस्था में २७ नवंबर २०२३ को अपने पिछले वाले  अश्विनी नक्षत्र  में दिखाई देंगे  इस लिए अश्वनी और भरनी नक्षत्रों वालों को विशेषकर सावधान रहने की आवश्यकता है 

 

 

 

बृहस्पति वक्री हो गये हैं – तो  क्या होगा

गुरु जब भी वक्री होता है तो बलवान हो जाता है और जब ग्रह  अपनी स्वराशि  या मित्र राशि में वक्री होता है तो इसका और भी ज्यादा प्रभाव बड़  जाता है गुरु मेष राशि में  वक्री हो रहे हैं जो की मंगल की राशि है और  गुरु की मित्र राशि इसलिए इसका प्रभाव बढ़ जायेगा  अच्छे परिणाम के लिए  मंगल की गोचर की स्थति का भी ध्यान रखना जरुरी है  क्योंकि बृहस्पति वक्री हो गए हैं और इस समय मंगल कन्या,तुला और वृश्चिक राशि से गोचर करेंगे इसका आकलन आपकी राशि और लग्न के अनुसार किया गया है 

नोट : जब भी आप   किसी बड़े ग्रह के  गोचर   के बारे में पड़ते हैं तो आप अपनी राशि और लग्न दोनों से देखें तो आप को अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को समझ पायेंगें  मतलब आपको सटीक जानकारी मिलेगी यानि अगर आपका तुला लग्न है और मेष राशि है तो आप दोनों का यानि तुला और मेष का परिणाम देखें और अपने ऊपर पड़ने वाले प्रभावों को जाने क्योंकि किसी को जन्म लग्न का प्रभाव ज्यादा पड़ता है किसी को उसकी जन्म राशि का प्रभाव ज्यादा पड़ता है 

मेष लग्न या राशि 

Mesh Lagna aur Mesh Rashi

मेष राशि में बैठे हुए गुरु पंचम स्थान यानि सिंह राशि को सप्तम में तुला राशि को और नवम से धनु राशि को देखेंगे आपकी कुंडली पर इस गोचर का अच्छा  परिणाम दिखाई दे रहा है  गुरु आपकी लग्न  में /  राशि में  राहु से युक्त हैं मंगल का गोचर ३ अक्टूबर से १६ नवंबर के बीच तुला राशि से होगा जो  अपने घर को देखेगा   और गुरु मंगल के संयोग से आपको अपने कार्यो में सफलता मिलेगी परन्तु आप अपने स्वास्थ पर ध्यान दें अपने क्रोध पर इस समय नियंत्रण रखें अपने खर्चों पर भी  नियंत्रण रखें आवेश में आकर कोई कार्य न करें क्योंकि राहु भी अपना प्रभाव बनाये हुए है  ३० अक्टूबर को राहु आपकी राशि से अलग हो जायेगा और मीन में प्रवेश करेगा  ३१अक्टूबर से ३१ दिसंबर तक गुरु का  आपको सकारात्मक असर देखने को मिलेगा 

 

वृषभ लग्न या राशि 

 

Taurus / वृषभ लग्न या राशि

आपकी कुंडली में लग्न से गुरु का गोचर १२वें भाव में हो रहा है . गुरु आपके लग्न या राशि के लिए ८वें  और ११वें  घर के स्वामी हैं जो की १२वें घर में बैठ कर  चौथे  छठे और आठवेँ घर को देख रहे हैं  इस राशि या लग्न के लिए गुरु बहुत अच्छे planet नहीं बनते है  १२ घर पर लगभग सभी क्रूर ग्रहों का प्रभाव रहेगा  आपके खर्चे बढ़ सकते हैं बीमारी पर  खर्चा हो सकता है अनावशयक भाग दौड़ हो सकती है बदनामी होने का डर  है opposite   सेक्स से एक respectful  दूरी बना कर रखें अपने पेट और पाचन का विशेष ख्याल रखें।  ये समय थोड़ा संघर्ष भरा है patience  रखें किसी भी लड़ाई झगडे में न पड़े तो आपके लिए अच्छा रहेगा ,कार्यक्षेत्र   में उतार चढ़ाव के योग हैं नौकरी पेशा हैं तो आपका ट्रांसफर हो सकता है जॉब चेंज हो सकती है 30 अक्टूबर के बाद का समय राहत  भरा रहेगा

मिथुन लग्न या राशि

Gemini

आपकी कुंडली में गुरु का गोचर ११वें  भाव में हो रहा है ११वें घर में बैठकर गुरु आपके तीसरे पांचवे और सातवें घर को देखेंगे  और गुरु ११वें स्थान के कारक  भी हैं और आपके सातवें और दसवें घर के स्वामी भी हैं  अत आपको कार्यों में नयी उपलब्धि मिल सकती है नयी जिम्मेदारी आपको मिल सकती है पर साथ ही साथ कई challenges  भी आएंगे जो आप अपने सहयोगियों के साथ सुलझा लेंगे 31 october के बाद अच्छा समय है जो आपको नई उपलब्धियां  लाएगा  आपका सोशल सर्किल बढ़ेगा जिनकी शादी नहीं हुई है शादी तय होने के योग हैं लव  marriage के योग भी बनेंगे 

कर्क लग्न या राशि

Cancer Ascendent

 

आपकी कुंडली  में लग्न  से  १०वें भाव यानि कर्मस्थान से गुरु वक्री हो गए हैं आपकी राशि पर शनि की ढैया भी चल रही है  गुरु आपके छठे और नवम भाव का स्वामी है और दसम भाव में बैठ  कर दुसरे  चौथे  और छठे घर को देखेगा  गुरु आपके भाग्य भाव के स्वामी है और दसम में विराजमान है ये एक अच्छी स्थिति बनती है फिलहाल आपके कार्यों में कुछ उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता  है  Job में भी नए challenges आएंगे ट्रांसफर हो सकता है आपके अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं सेहत को लेकर चिंतित हो सकते हैं मंगल जब तुला से 3 october से 16 november के बीच गोचर करेगा तो ये समय राहत देगा  और ३१ अक्टूबर के बाद का समय आपके लिए विशेष लाभप्रद होगा  

सिंह लग्न या राशि

Leo Ascendent

सिंह राशि या लग्न  वालों के लिए गुरु आपके पांचवे और आठवें  घर के स्वामी हैं आपकी कुंडली  में ९वें भाव से गुरु का गोचर है  जो की आपके  भाग्य का घर है  गुरु आपके लग्न को  आपका तीसरा घर और आपका पांचवा घर को देख रहे हैं  गुरु आपके लिए एक favourable aproach  रखते हैं भाग्य आपका साथ देता दिखाई दे रहा है हालाँकि समस्याएं आएँगी पर आप अपनी कार्य कुशलता से और सूर्य मंगल के गोचर के प्रभाव से उन समस्यायों का सामना करने में सक्षम रहेंगे आपके bussiness पार्टनर  और लाइफ पार्टनर से कुछ मन मुटाव हो सकता है इस समय शांति व संयम  रखें और आगे बड़े। हेल्थ को लेकर कुछ चिंता हो सकती है रेगुलर checkup कराते  रहें और फिट होने का प्रयास करें मैडिटेशन को अपनाएं विदेश यात्रा  का योग बन सकता है 

कन्या लग्न या राशि

Virgo Ascendent

 

आपकी कुंडली में 8 वें भाव में गुर का गोचर है जहाँ गुरु वक्री हो गए हैं | कन्या राशि व  लग्न वालों के लिए गुरु आपके चौथे और सातवें घर के स्वामी है आठवें घर में बैठकर गुरु आपकी कुंडली के बाहरवें घर दुसरे घर और आपकी कुंडली के चौथे घर को देख रहे हैं ३० अक्टूबर तक आपको संयम  से काम लेना होगा इसके बाद स्थिति में सुधार  होता नजर आएगा   काम में अचानक से खर्चे बढ़ सकते हैं अपने हेल्थ  के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है  अपनी स्पीच  पर ध्यान दें  Bussiness पार्टनर और spouse से मनमुटाव की स्थिति बन सकती है इसको सुलह मशविरा  करके काम करें तो स्थिति अच्छी ही  रहेगी  अगर कोई लीगल केस चल रहा है तो उसे सुलझाने का अच्छा समय है।  वाहन इन दिनों सावधानी से चलाएं 

तुला लग्न या राशि

 

Libra Ascendent

 

आपकी कुंडली में 7 वें भाव में गुर का गोचर है जहाँ वक्री गुरु  है सप्तम भाव में बैठकर आपके ग्यारवें भाव को  आपके लग्न को और आपके तीसरे घर को देख रहे है  सप्तम भाव से गुरु का गोचर शुभ माना जाता है हालाँकि तुला लग्न के लिए गुरु विशेष लाभ दायक नहीं होता फिर भी नैसर्गिक शुभता के कारण  ये अच्छा परिणाम ही देंगे और आपकी आय में वृद्धि के योग बनाएंगे अपने संबंधों पर ध्यान देना होगा वाद विवाद में न पड़ें तो अच्छा होगा   मेष राशि के स्वामी मंगल ३ अक्टूबर को राशि परिवर्तन कर तुला में प्रवेश करेंगे तो ये समय आपके लिए अच्छा होगा  

वृश्चिक लग्न या राशि

Scorpio Ascendenr

गुरु आपकी कुंडली में ६ठवें भाव से गोचर कर रहे हैं  वृश्चिक राशि या लग्न  वालों के लिए गुरु आपकी कुंडली में दुसरे और पांचवे घर के स्वामी है और छठे घर में बैठ कर दसवें घर को बारवें घर को और   दुसरे  घर पर नज़र बनाये हुए हैं  आपको अपनी वाणी पर ध्यान देने की आवश्यकता है खान पान पर ध्यान दे नहीं तो स्वास्थ्य  पर इसका गलत प्रभाव पड़  सकता है  ३० अक्टूबर के बाद आपके आय के स्रोत बढ़ सकते हैं विद्यार्थी वर्ग के लिए ये समय अच्छा है कम्पटीशन की तैयारी करने का अच्छा समय है आपको सफलता मिलेगी हालाँकि अभी आपके ऊपर शनि की ढय्या भी चल रही है आप किसी विवाद में भी पड़  सकते हैं कई नए challenges भी आ सकते हैं आप अपने जीवन में मैडिटेशन को अपनाएं तो आप किसी भी रुकावटों का सामना आसानी से कर पाएंगे 

धनु लग्न या राशि

 

Sagittarius Ascendent

 

धनु राशि और लग्न वालों के लिय गुरु आपके लग्न और आपके चौथे घर के स्वामी है गुरु का गोचर आपकी कुंडली में ५वे स्थान में हो रहा है  पांचवें घर में बैठ कर ये आपके नवम भाव को आपके ग्यारवें भाव को आपके लग्न को देखेंगे आपकी Bussiness  में इनकम बढ़ सकती है संतान को लेकर अगर चिंतित थे तो उसका समाधान होगा सेहत ठीक रहेगी हालाँकि समस्याएं रहेंगी पर आप उसमे सफलता प्राप्त करेंगे 

मकर लग्न या राशि

Caspricorn Ascendent

 

मकर राशि और लग्न वालों के लिए गुरु आपके तीसरे घर और बारवें घर के स्वामी हैं  आपकी कुंडली में गुरु का गोचर ४थे स्थान में है  जहाँ वक्री होकर आपके आठवें स्थान को आपके कर्म स्थान यानि दसवें स्थान को और आपके बारवें स्थान को देखेंगे  हालाँकि अभी आप पर सादे साती  शनि का भी प्रभाव है फिर भी आपकी  कार्य क्षमता बढ़ेगी और गुरु का गोचर आपको  कुछ पॉजिटिव रिजल्ट भी देगा जिनके जीवन में शनि की दूसरी सादे साती चल रही है उनको जॉब या उनके व्यवसाय में अच्छे परिणाम मिलेंगे आपके शादी के भी योग बनेंगे पर जरुरत है सही समय पर सही निर्णय लेने की 

कुंभ लग्न या  राशि

Aquarius Ascendenr

 

कुम्भ  राशि और लग्न वालों के लिए गुरु आपके दुसरे  घर और ग्यारवें घर के स्वामी हैं आपकी कुंडली में गुरु का ये गोचर 3 रे  स्थान से हो रहा है जो की पराक्रम का भाव है गुरु आपके तीसरे घर में बैठ कर आपके सातवें घर को आपके नवम भाव को और आपके ग्यारवें भाव को देखेंगे  जरुरत है आपको संयम से सोच विचार के काम करने की क्योंकि अभी आपकी राशि पर शनि की सादे साती का भी असर है कोई भी गलत निर्णय आपको मुश्किल में डाल  सकता है हालाँकि गुरु का वक्री होना आप के लिए राहत  भरा रहेगा जो लोग अपने व्यवसाय में हैं उन्हें सफलता मिलने के योग हैं। शादी के लिये लड़की या लड़का देख रहे है तो आप देख सकते है आपका काम  बन सकता है

मीन लग्न या राशि 

Pisces Ascendent

 

मीन राशि वालों के लिए गुरु आपके पहले घर और दसवें घर के स्वामी हैं और दुसरे  घर में बैठकर छठे ,आठवें और दसम घर को देखेंगे स्वस्थ्य पर ध्यान रखना पड़ेगा शांति से समय निकालें , वाणी  पर कण्ट्रोल रखें धन का आपका अनावशयक व्यय होगा।   ३० अक्टूबर के बाद अच्छा समय रहेगा क्योंकि आपके ऊपर सादे साती  का पहला चरण है आपको योग और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए जिसके जीवन में दूसरी सादे साती चल रही है उनको जॉब या उनके व्यवसाय में अच्छे परिणाम मिलेंगे

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